रसोई घर में मौजूद अदरक आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर और शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है । अदरक आवश्यकतानुसार कई चीजों में अलग – अलग तरह से सीमित मात्रा में प्रयोग किया जाता है आइये जानते हैं अदरक वेटलॉस जर्नी यानि वजन को काम करने की रह में किस तरह है कारगर-
इसके सेवन से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है व ब्लड प्रेशर नियंत्रित बना रहता है क्यों की अदरक में जिंजरोल तत्व पाया जाता है। चित्र:अडॉबीस्टॉक
एंटी इंफ्लामेटरी गुणों (anti-inflammatory properties) से भरपूर अदरक से यूं तो शरीर को ढ़ेरों फायदे मिलते हैं। संक्रमणों से शरीर को मुक्त करवाने के अलावा अदरक का सेवन करने से वेटलॉस (weight loss) में भी मदद मिलती है। मानसून के दिनों में होने वाली खांसी और जुकाम के लिए कभी अदरक (ginger) का रस तो कभी अदरक वाली चाय का सेवन अकसर किया जाता रहा है। । अदरक गट हेल्थ (gut health) को मज़बूत बनाने वाले,शरीर में जमा अतिरिक्त फैट्स को बर्न करता है। आम तौर पर रसेई में मौजूद अदरक आवश्यकतानुसार कई चीजों में अलग-अलग तरह से सीमित मात्रा में प्रयोग किया जाता है। आइये जानते हैं अदरक वेटलॉस जर्नी (Ginger for weight loss) में किस प्रकार से मददगार साबित होता है।
अदरक का प्रयोग वेटलॉस में किस प्रकार से है मददगार,आइये जानते हैं (How Ginger is beneficial for weight loss)
अदरक कम कर सकती है आपका वजन, जानिए इसके सेवन का सही तरीका और फायदेआयुर्वेदिक गुणों से भरपूर अदरक शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है। रसेई में मौजूद अदरक आवश्यकतानुसार कई चीजों में अलग अलग तरह से सीमित मात्रा में प्रयोग किया जाता है। जानते हैं अदरक वेटलॉस जर्नी में किस तरह है कारगरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार इसमें में जिंजरोल और शोगोल कंपाउड पाए जाते हैं और अदरक के नियमित सेवन से शरीर में बोयालॉजिकल एंक्टीविटीज़ स्टीम्यूलेट होने लगती हैं। जो लोग मोटापे का शिकार है, उनके शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन का खतरा बढ़ जाता है। फ्री रेडिकल्स के कारण शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ने लगता है। ऐसे में अदरक का इस्तेमाल कारगर साबित होता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को नियंत्रित की इंफ्लामेशन को दूर करने में मदद करते हैं। इससे बैली फैट (पेट की चर्बी ) को बर्न किया जा सकता है। इससे हृदय रोगों का खतरा कम हो जाता है और शरीर ओवरवेट की समसया से बचा रहता है।इसके साथ ही साथ,एक अन्य रिसर्च के अनुसार जिंजरोल में एंटी ओबेसिटी इंफेक्ट पाया जाता है। अदरक के सेवन से पेट देर तक भरा रहता है और ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। एपिटाइट को रेगुलेट करने से बैली फैट की समस्या हल होने लगती है और हेल्दी वेट को मेंटेन किया जा सकता है।
बैली फैट की समस्या, एपिटाइट को रेगुलेट करने से हल होने लगती है और हेल्दी वेट को मेंटेन किया जा सकता है। चित्र : अडॉबीस्टॉक
अदरक मेडिसिनल प्रॉपर्टीज़ से भरपूर होता हैं, जिसके अनेको फायदे हैं, आइये जानते हैं –
डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं – “अदरक के साथ नींबू का सेवन करने से शरीर को विटामिन सी की प्राप्ति होती है, जिससे डाइजेस्टिव एंजाइम अपना कार्य उचित प्रकार से करते हैं।” इसके साथ ही साथ अदरक में पाई जाने वाली मेडिसिनल प्रापर्टीज़ (medicinal properties) शरीर को संक्रमण से दूर कर डाइजेशन को इंप्रूव करने में मदद करती हैं। अदरक से शरीर को एंटीऑक्सिडेंट और हाइपोलिपिडेमिक कंपाउड (hypolipidemic compound) की प्राप्ति होती है। इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट (boost metabolism) होता है, जिससे अतिरिक्त कैलोरीज़ के एकत्रित होने की समस्या हल हो जाती है। अदरक के रस को पानी में मिलाकर पीने या इसे पानी में उबालकर पीने से शरीर को फायदा मिलता है।
अदरक के नियमित इस्तेमाल से शरीर को मिलने वाले फायदे (Benefits of ginger)
1. बॉवल मूवमेंट को करे नियमित (Bowel movement)
डॉ अदिति के अनुसार अदरक का रोजाना नियमित इस्तेमाल से इसमें मौजूद एक्टिव कंपाउड लोअर इंटेस्टाइन (lower intestine) पर बढ़ने वाले प्रेशर को कम करके बॉवल मूवमेंट (bowel movement) को नियमित करने में मदद करता है। इसके अलावा ब्लोटिंग, पेट दर्द और अपच की समस्या कम होने लगती है। अदरक के नियमित सेवन से गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं से बचा जा सकता है।
2. मेटाबॉलिज्म को करे बूस्ट
बेहतर डाइजेशन के लिए अदरक को आहार में अवश्य शामिल करें। अदरक से शरीर में थर्मोजेनेसिस का प्रभाव बढ़ता है। इससे शरीर में हीट प्रोडक्शन बढ़ने से कैलोरीज़ को बर्न करने में मदद मिलती है, जिससे शरीर में वेटगेन की समस्या से बचा जा सकता है। अदरक को आहार में शामिल करने से डाइजेस्टिव एंजाइम (digestive enzymes) भी प्रोडयूस होते हैं।
अदरक के नियमित सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट (boost metabolism) होता है, जिससे अतिरिक्त कैलोरीज़ के एकत्रित होने की समस्या हल हो जाती है।
3. एपिटाइट को करे कंट्रोल
अदरक के रोजाना इस्तेमाल से न केवल शरीर हाइड्रेट रहता है बल्कि कैलोरीज़ की कंजप्शन सीमित हो जाती है। खास कर ओवरइटिंग की वजह से मोटापे की समस्या को बढ़ाने लगती है। इससे राहत पाने के लिए अदरक को पानी में उबालकर पीने से काफी फायदा मिलता है। अदरक मे डाइजेशन स्टीम्यूलेट करने वाले एंजाइम्स मौजूद होते हैं। जिस से एपिटाइट को सप्रैस (suppress appetite) करने में मदद मिलती है।
वेटलॉस (वजन को काम करने ) के लिए अदरक का कैसे करें सेवन
1. जिंगर ग्रीन टी (Ginger green tea)
एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर ग्रीन टी में अदरक का रस (ginger juice) या पाउडर मिलाने से उसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है। इसमें पाई जाने वाली कैटेचिन की मात्रा मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है और पेट पर जमा चर्बी (belly fat) को बर्न करना आसान हो जाता है। खाली पेट (empty stomach) इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है।
2. अदरक का पानी (Ginger water)
अदरक के पानी (ginger water) की गिनती डिटॉक्स ड्रिंक (detox drink) में की जाती है। इसके सेवन से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। इसके अलावा कोलन को क्लीन रखने में भी मदद करता है। 1 इंच अदरक को 1 गिलास पानी में उबालकर छान लें और फिर खाली पेट उसका सेवन करें।
3. अदरक वॉटर और सिरका (Ginger water and vinegar)
अदरक या फिर सौंठ को पानी में उबाल लें। कुछ देर बाद पानी को ठंडा होने के लिए रख दें। पानी का तापमान सामान्य होने पर उसमें सिरके को मिलाएं और उसका सेवन करें। इससे स्वास्थ्य को फायदा मिलता है और शरीर में जमा कैलोरीज़ की समस्या हल होने लगती है।
4. अदरक और शहद (Ginger and honey)
पानी में अदरक को ग्रेट करके डालें और उसे उबलने दें। जब पानी आधा रह जाए, तो उसे छानकर उसमें शहद को मिला दें। शहद को अदरक के पानी में एड करने से एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है। इससे वेटलॉस (weight loss) के अलावा खांसी, जुकाम और गले खराब की समस्या भी हImageजाती है।
अदरक के पानी में शहद को एड करने से एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है।
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