इमली आप सब ने खाया ही होगा और अभी अभी आप के मान मे ये ख्याल आया ही होगा जब आप ये इमली वाला ब्लॉग पोस्ट पढ़ रहे हैं तो;ऐसे मे इमली का नाम सुन कर मुँह मे खटास और पानी आना लाज़मी हैं लेकिन शायद आप लोगो को इसके बीज के लाभ करी फायदे के बारे मे पता नहीं होगा तो मैं आप सभी को इमली के बीज के फायदे बता रहा हूँ जो एक उत्तम ब्यवशय भी हो सकता है तो आइये इसके बारे मे बिस्तार से जानते हैं-
इमली खाते समय हम अक्सर उसके बीज को बेकार समझकर फेंक देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी “कचरे” की आज देश-दुनिया में बहुत मांग है. जी हां, इमली के बीज को इंडस्ट्री में नेचुरल गोल्ड कहा जाता है, क्योंकि इसकी ताकत और उपयोग इतने व्यापक हैं कि कई बड़ी उद्योग इनके बिना चल ही नहीं सकती.
इमली बीज के फायदे:
इमली के बीज को अक्सर हम फेंक देते हैं, लेकिन यह इंडस्ट्री का “नेचुरल गोल्ड” है. इसके पाउडर में प्राकृतिक पॉलीमर होता है, जो टेक्सटाइल, पेपर, क्लाइंब, फूड, कॉस्मेटिक और फार्मा उद्योगों में थिकनर, बाइंडर और ग्लू की तरह इस्तेमाल होता है. प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर यह बीज स्वास्थ्य और उद्योग दोनों के लिए कीमती है।

इमली के बीज का पाउडर जिसे एक नेचुरल पॉलीमर है. इस पाउडर की सबसे खास बात है कि यह किसी भी चीज को लस्सी जैसी गाढ़ी बना सकता है. और यह पूरी तरह प्राकृतिक, सुरक्षित और सस्ता विकल्प है. इसका उपयोग कई कामों में एक थिकनर व बाइंडर के रूप में होता है. इसी के साथ कई इंडस्ट्री जैसे टेक्सटाइल, पेपर, क्लाइंब इंडस्ट्री इसके बिना चल ही नहीं सकती. इतना ही नहीं फूड, कॉस्मेटिक, फार्मा इंडस्ट्री में इसकी डिमांड जबरदस्त है और दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
टेक्सटाइल यानी कपड़ा उद्योग में इमली के बीज का पाउडर बेहद ज़रूरी है. यहां इसे कपड़ों पर प्रिंटिंग के दौरान गोंद या बाइंडर की तरह प्रयोग किया जाता है. इसके बिना डिजाइन ठीक से स्थिर नहीं होते. टेक्सटाइल उद्योग इसे हजारों टन में खरीदता है. पेपर इंडस्ट्री में इमली बीज का पाउडर कागज़ को मजबूती और चमक देता है. क्लाइंब (चिपकाने वाले पदार्थ) बनाने में यह नेचुरल ग्लू की तरह काम करता है और इसकी पकड़ बेहद मजबूत होती है.
जहां भी चीजों को गाढ़ा करने या टेक्सचर सुधारने की जरूरत होती है जैसे आइसक्रीम, जूस, सॉस, कन्फेक्शनरी इन सब में इमली के बीज का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है. यह खाने में सुरक्षित होने के कारण कई कंपनियों की पहली पसंद बन रहा है. इमली के बीज में मौजूद नेचुरल पॉलीमर का उपयोग फेस पैक, क्रीम, जेल, दवाइयों में किया जाता है. यह त्वचा को मॉइस्चर देता है और दवाइयों को सही टेक्सचर प्रदान करता है.
हम जिन बीजों को बेकार समझकर फेंक देते हैं, वे आज लाखों लोगों की रोज़ी-रोटी का आधार है. छोटे किसान से लेकर बड़े उद्योगपति तक, हर कोई इस “छोटे बीज” के बड़े सामर्थ्य को समझता है. यही कारण है कि इमली के बीजों का व्यापार आज हज़ारों करोड़ में पहुच चुका है. इमली का यह बीज इंडस्ट्री का सोना, प्रकृति का वरदान और भविष्य का बड़ा बिज़नेस हैं. यह असल में एक खजाना है जो प्रकृति की देन है.
इमली के बीज सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं. इनमें प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं. इन्हें भूनकर या पीसकर सेवन करने से पाचन तंत्र बेहतर होता है और पेट से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है. इमली के बीज जोड़ों के दर्द और सूजन में भी कारगर माने जाते हैं. इनके नियमित सेवन से हड्डियां मजबूत होती है और शरीर में ऊर्जा बढ़ती है. गले की खराश दूर करने में भी इनका उपयोग किया जाता है, जिससे यह एक प्राकृतिक घरेलू उपचार बन जाता है.